पश्चिम बंगाल में भवानीपुर में विधानसभा उपचुनाव सीट के लिए मतदान हुआ है। सुबह से ही मतदान की वजह से मतदान वाले एरिया में धारा 144 लागू है। इसमें बीजेपी की तरफ से प्रियंका टिबरेवाल लड़ रही है। वहीं दूसरी और टीएमसी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस में लड़ रही हैं।
चुनाव के समय सुबह से माहौल एकदम शांत बना हुआ था, परंतु अचानक शाम के समय यहां माहौल हिंसा से भर गया। दरअसल, जिस समय मतदान हो रहा था उस समय एक वोटिंग बूथ पर भाजपा एवं टीएमसी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा हो गई।
हिंसा में दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को पीटा, जिससे उनको चोटे आई है। जिसके बाद से झड़प के दौरान वहां मौजूद बीजेपी के नेता कल्याण चौबे ने मीडिया को बताया कि टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने इस झड़प में उनकी गाड़ी में लाठियों और डंडों से तोड़फोड़ की है।
बीजेपी के नेता कल्याण चौबे वहां इसलिए मौजूद थे क्योंकि, वह बीजेपी की तरफ से भवानीपुर में मुख्य इलेक्शन एजेंट बने हुए हैं। इस बारे में बीजेपी के नेता कल्याण चौबे ने बताया कि एक स्कूल के अंदर वोटिंग बूथ में 2 लोग थे। दोनों धोखे के साथ लोगों से मतदान कराने की कोशिश करने लगे हुए थे। कल्याण चौबे ने बताया कि जब वह ऐसा करने की कोशिश कर रहे थे तो हमने उनको सामने से रंगे हाथों पकड़ा और उसके बाद तुरंत पुलिस को इसके बारे में अवगत कराया। जिससे उन दोनों को गुस्सा आ गया, वह भड़क गए। उन्होंने कुछ ही देर बाद वहां 8 से 10 लोगों को बुला लिया। इन सभी ने मुझे घेर लिया और डंडों एवं पत्थरों से मुझे मारा, जिसके बाद सभी ने मिलकर मेरी कार को भी तोड़ डाला।
हालांकि बीजेपी पहले चुनाव आयोग से शिकायत करके यह भी आरोप लगा चुकी है कि, मंत्री सुब्रत मुखर्जी और फिरहाद हकीम सभी मतदाताओं को बहला रहे हैं, जब तक भवानीपुर में मतदान खत्म नहीं हो जाता, उन को नजरबंद किया जाना चाहिए। जिसके बाद चुनाव आयोग ने ऐसा करने के लिए मना कर दिया था।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर सीट से खड़ी हुई है। ममता बनर्जी को यह चुनाव जीतना ही होगा क्योंकि यदि वह यह चुनाव नहीं जीत पाते हैं तो, उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।