8/September/2021, 21:40

अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार का गठन हो चुका है। वहां के प्रधानमंत्री की कमान मुल्ला हसन अंखुद ने संभाली है। एवं वहां के नए शिक्षा मंत्री, शेख मौलवी नुरुल्ला मुनीर बने हैं वह कहते हैं कि, महान बनने के लिए किसी भी तरह की पीएचडी व मास्टर डिग्री मूल्यवान नहीं है जैसे कि आप सबको पता ही है कि मुल्लाओं के पास किसी भी तरह की कोई डिग्री नहीं है,। फिर भी वह सब महान हैं।
“कोई पीएचडी डिग्री, मास्टर डिग्री आज मूल्यवान नहीं है। आप देखते हैं कि मुल्ला और तालिबान [नेता] जो सत्ता में हैं, उनके पास पीएचडी, एमए या हाई स्कूल की डिग्री भी नहीं है, लेकिन सबसे महान हैं,” उन्होंने कहा।
जब से अफगानिस्तान में तालिबान ने सत्ता की कमान संभाली है तभी से वहां उन्होंने अपने नियम व कायदे कानून लगाने शुरू कर दिए हैं। यहां शिक्षा के मामले में काफी हद तक रोक लगा दी गई है। यहां जो भी लड़कियां पढ़ाई कर रही है उनके सेक्शन एवं लड़कों के सेक्शन बांट दिए गए हैं। एक क्लास में पर्दा लगा कर एक तरफ सारी लड़कियां एवं एक तरफ सारे लड़कों को बिठाया गया है। लड़कियों के लिए महिला प्रोफेसर को शिक्षा देने के लिए रखा गया है। पुरुष अध्यापक लड़कियों को शिक्षा नहीं देंगे।
इसके बावजूद तालिबान ने जब वहां अपनी सरकार का गठन किया था तो लोगों को इस बात का भरोसा दिलाया था कि यहां शिक्षा पद्धति रुकेगी नहीं बल्कि शरिया कानून के हिसाब से शिक्षा को उच्च स्तर पर ले जाया जाएगा एवं जो आधुनिक शिक्षा है, उसको भी पढ़ाया जाएगा।
तालिबान की सरकार का हुआ गठन
अफगानिस्तान पर तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद तालिबान वहां लगातार अपनी सरकार बनाने की कोशिश कर रहा था और अब वह इसमें सफल हो चुका है।
इसमें कई आतंकवादियों को नेता बनाया गया है जैसे मुल्ला मोहम्मद हसन अंखुद यहां के प्रधानमंत्री हैं एवं मुल्ला अब्दुल गनी, मौलवी अब्दुल सलाम, हनफी, यहां के उप प्रधानमंत्री बन चुके हैं। तालिबान ने यहां की सरकार में मौलवी मोहम्मद याकूब को यहां की रक्षा मंत्री एवं मुल्लाह सिराजुद्दीन हक्कानी को यहां के आंतरिक मामलों का मंत्री एवं मौलवी आमिर खान को यहां का विदेश मंत्री बनाया है।
खबरों के मुताबिक तालिबान ने अपनी सरकार में आतंकवादियों के कुछ ऐसे नामों को भी शामिल किया है जिन पर अमेरिका ने इनाम भी रखा है।