7/September/2021, 22:21

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने कुछ समय पहले ब्राह्मणों को लेकर उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी जिस कारण उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ रहे हैं। नंदू कुमार बघेल को अब इस आरोप में रायपुर की अदालत ने 15 दिनों तक हिरासत में रखने के लिए कहा है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने पिता पर आपत्तिजनक टिप्पणी के आरोप लगने पर कहां है कि चाहे वह उनके पिता हो या फिर कोई भी उनके लिए कानून से बढ़कर कोई नहीं है, जिस ने गलत किया है उसे कानून सजा जरूर देगा। मीडिया संवाददाताओं से बात करते हुए भूपेश बघेल ने कहा कि, “मेरी सरकार में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, भले ही वह मुख्यमंत्री के 86 वर्षीय पिता हों। मुख्यमंत्री के रूप में, विभिन्न समुदायों के बीच सद्भाव बनाए रखने की मेरी जिम्मेदारी है । अगर उन्होंने एक समुदाय के खिलाफ टिप्पणी की, तो मुझे क्षमा करें, इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी”। “मेरे पिता के साथ मेरे वैचारिक मतभेदों के बारे में सभी जानते हैं। हमारे राजनीतिक विचार और विश्वास अलग हैं। मैं उनके बेटे के रूप में उनका सम्मान करता हूं, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में, मैं उन्हें ऐसी गलतियों के लिए माफ नहीं कर सकता जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ती हैं।”
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह भी कहा कि हमारी सरकार, “हर धर्म, जाति और समुदाय और उनकी भावनाओं का सम्मान करती है”, और सभी को समान महत्व देती है।
जिसके बाद वे एक ट्वीट के माध्यम से कहते हैं कि, “एक बेटे के रूप में, मैं अपने पिता का सम्मान करता हूं, लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में, उनकी किसी भी गलती को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ती है।”
मुख्यमंत्री के पिता अभी कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश में यात्रा करने के लिए आए थे। तभी उन्होंने ब्राह्मणों को लेकर कहा कि ब्राह्मण विदेशी हैं और लोगों से अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग उन्हें अपने गांव में ना आने दे।
वह कहते हैं कि, “ब्राह्मणों को गंगा नदी से वोल्गा भेजा जाएगा। वे विदेशी हैं। वे हमें अछूत मानते हैं और हमारे सभी अधिकार छीन रहे हैं। मैं ग्रामीणों से आग्रह करूंगा कि ब्राह्मणों को अपने गांव में प्रवेश न करने दें।”
जिसके बाद से श्री बघेल पर सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा रायपुर के थाने में शनिवार को शिकायत दर्ज कराई गई, उन पर आरोप लगाए गए कि उन्होंने समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा दिया है। जिसके बाद अदालत ने उन्हें 15 दिन की हिरासत में भेज दिया है।