15/September/2021, 21:24

गुजरात में विजय रुपाणी के इस्तीफा देने के बाद वहां भूपेंद्र पटेल को नया मुख्यमंत्री बनाया गया। उन को मुख्यमंत्री बनाने के बाद सोमवार को उन्होंने शपथ ली थी। अब गुजरात में सभी पुराने मंत्रियों को उनके पद से हटाया जा रहा है, एवं उनके स्थान पर नए मंत्रियों को चुना जाएगा।
नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार को होगा। इस में पूरे 27 मंत्रियों को बदलकर नए 27 मंत्रियों को चुना जाएगा। गुजरात में नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आज होना तय हुआ था, लेकिन यह आज कैंसिल कर के कल के लिए कर दिया गया है। यह शपथ ग्रहण समारोह आज ना होने का कारण यह बताया जा रहा है कि, बीजेपी पार्टी में कुछ खटपट चल रही है, और भूपेंद्र पटेल ने जो नेता अपनी सरकार में चुने हैं उनसे गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, डिप्टी सीएम नितिन पटेल खुश नहीं है।
ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि गुजरात के नए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल पूरा मंत्रिमंडल बदलकर अपना नया बनाना चाहते हैं। हो सकता है कि इस बार मंत्रिमंडल में महिलाओं की संख्या ज्यादा हो। उम्मीद है कि विजय रुपाणी की सरकार में से सिर्फ गणपत वासवा, दिलीप ठाकुर को ही नए मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। बाकी सभी को हटा दिया जाएगा।
बीजेपी के एक नेता द्वारा कहा गया कि भूपेंद्र पटेल एक नए मुख्यमंत्री हैं, इसीलिए वह अपने हिसाब से नए मंत्री पार्टी में से चुन सकते हैं। जब भूपेंद्र पटेल मुख्यमंत्री बने थे तो कयास लगाए जा रहे थे कि उनकी कैबिनेट में कुछ वरिष्ठ मंत्री अवश्य होंगे। परंतु अब इसकी उम्मीद खत्म हो चुकी है।
दूसरी तरफ जाति और समीकरणों का भी पूरी तरह ध्यान किया जाएगा। मंत्रिमंडल में 22 या 25 सदस्य नहीं रहेंगे बजाय इसके पूरे 27 सदस्यों का पूरा मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा।
भूपेंद्र पटेल बीजेपी पार्टी में विधायक बनने के तुरंत बाद ही मुख्यमंत्री पद की कुर्सी पर बैठ गए। ऐसा कहा जा रहा है कि उनका नाम गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने मुख्यमंत्री पद के लिए सुझाया है। वह आनंदीबेन पटेल के काफी करीबी माने गए हैं। यह भी एक मुख्य कारण माना गया है कि भूपेंद्र पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री बनाया गया है।
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का इस्तीफा देने का कारण यह बताया जा रहा है कि, यहां की जनता को उनका काम पसंद नहीं आ रहा था। इसलिए बीजेपी ने गुजरात का मुख्यमंत्री बदलकर भूपेंद्र पटेल को बनाया क्योंकि 2022 में जो चुनाव होने हैं उसमें बीजेपी खतरा नहीं लेना चाहती। ऐसा बीजेपी और भी कई राज्यों में कर चुकी है।