19/September/2021, IST 20:36 PM

भारत की केंद्रीय महिला मंत्री व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने गांधी परिवार पर जमकर टिप्पणी की है। वह कहती हैं कि, उन्हें अमेठी में संगठन के सम्मेलन में। शामिल होने के लिए जल्दी पहुंचना था, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाई। उन्हें वहां पहुंचने के लिए बहुत देरी हो गई क्योंकि वहां इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के राज्य अमेठी के बारे में कई लोग इस बात को जानते हैं, कि गांधी परिवार ने इस निवार्चन की सेवा नहीं की। उन्होंने वहां पांच दशक तक बस शासन किया है। इसी वजह से यहां का बुनियादी ढांचा सही नहीं है।
दरअसल स्मृति ईरानी को अमेठी में जाकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध एक गैर सरकारी संगठन, देसिया सेवा भारती की पहल “सेवासमर्पण” का डिजिटल तरीके से उद्घाटन करना था। जिसके लिए उन्हें इंटरनेट की आवश्यकता होती, लेकिन अमेठी में इंटरनेट की सेवा उतनी अच्छी ना होने की वजह से स्मृति वहां समय से नहीं पहुंच पाई।
स्मृति ने कहा कि वह सुबह के समय इंटरनेट कनेक्शन ना होने की वजह से संगठन के सम्मेलन में समय से नहीं पहुंच पाई। इसका कारण यह है, कि अमेठी के अंदरूनी इलाकों में इंटरनेट की सुविधा होना एक “संघर्ष” है। अमेठी में इंटरनेट की सुविधा पूरी तरह से नहीं पहुंच पाई है। वहां अब तक भी इंटरनेट उपलब्ध नहीं है।
स्मृति ईरानी के अनुसार, ”मैं अमेठी के अंदरुनी इलाकों में थी, वहां के कुछ गांवों में नेटवर्क कनेक्टिविटी एक चुनौती है। कई लोगों ने यह मान लिया था कि गांधी परिवार ने इस निर्वाचन क्षेत्र की सेवा नहीं बल्कि पांच दशक तक इस पर शासन किया इसलिए यहां किसी बुनियादी ढांचे की आवश्यकता नहीं होगी।”
वह आगे कहती हैं कि, ”हालांकि, आपसे (सेवा भारती) जुड़ने के लिए आज जो संघर्ष करना पड़ा उससे आपको पता चल ही गया होगा कि उनके (गांधी परिवार) नेतृत्व में, उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र में विकास प्रत्येक परिवार तक नहीं पहुंचा।”
उन्होंने कहा कि वह इस सम्मेलन में शामिल होना चाहती थी, लेकिन वह बहुत देरी के साथ इसमें शामिल हो पाई। इसके बाद उन्होंने यह भी कहा कि उनकी यह कोशिश है कि वह वहां के लोगों की जरूरत क्या है, इसका पता लगा सके। इसलिए वह इलाके के गांव-गांव में घूमकर पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लोगों को वहां किस चीज की जरूरत है, और वहां का विकास कैसे हो सकता है।